CAD Kya Hai, CAD के प्रकार, CAD हमारे लिए कैसे उपयोगी है

आज हम जानेंगे की CAD Kya hai, CAD Ka Full Form, cAD के प्रकार, CAD के उपयोग, CAD के फायदे, CAD के नुकसान, CAD के उपयोग

CAD Kya hai –

CAD डिजाइनिंग का एक सॉफ्टवेयर होता है जिसकी मदद से 2D और 3D की डिजाइन बनाई जाती है, इसका प्रयोग खासतौर पर इंजीनियरों के द्वारा किया जाता है।

CAD, सॉफ्टवेयर तथा हार्डवेयर का एक कॉन्बिनेशन होता है जिसकी मदद से इंजीनियर लोग किसी भी प्रकार की डिजाइन को बना सकते हैं।आइए इसके बारे में अब कुछ सामान्य प्रकार की जानकारियां प्राप्त करते हैं-

Computer Aided Design अर्थात CAD का प्रयोग इंजीनियर, आर्किटेक्ट, ड्राफ्टर्स के द्वारा तकनीकी रेखांकन या किसी सटीक चित्र को बनाने में करते है।

cAD कब बनाया गया?-

1960 के दशक के उत्तरार्ध में इसकी शुरूआत के बाद से, CAD सॉफ्टवेयर में सुधार हुआ है। CAD का एक विस्तृत वर्गीकरण है.

सन 1980 के दशक तक, कंप्यूटर ऐडेड डिजाइन अर्थात सीएडी सिस्टम अलग-अलग प्रकार के कंप्यूटर का निर्माण किया गया था परंतु आज आप CAD का सॉफ्टवेयर भी खरीद सकते हैं तथा उसको आप अपने कंप्यूटर या डेस्कटॉप पर भी चला सकते हैं।

CAD Ka Full Form:-

CAD का फुल फॉर्म “Computer Aided Design” होता हैं, इसे हम अपनी भाषा में कंप्यूटर ऐडेड डिजाइन के नाम से जानते हैं।

CAD एक प्रकार का सॉफ्टवेयर होता है जिसका प्रयोग कंप्यूटर में 2D तथा 3D प्रकार की डिजाइंस को बनाने के लिए किया जाता है। 

CComputer
AAided
DDesign

CAD Software kitne prakar ka hota hai- cAD के प्रकार-

  • 2D CAD
  • 3D CAD

2D CAD-

2D CAD के बहुत सारे applications होते हैं, लेकिन इसे सबसे ज्यादा इस्तमाल किया जाता है vector-based layouts design करने के लिए.

उदाहरण के लिए, architects इस्तमाल करते हैं CAD software को Building Floor Plans और Outdoor Landscapes के overhead views को create करने के लिए.

इनके layouts, जिसमें की होते हैं vector graphics, उन्हें scale किया जा सकता है अलग अलग sizes में, जिन्हें की इस्तमाल किया जाता है proposals और blueprints में.

2D CAD के अंतर्गत आते हैं drawings, जैसे की sketches और mockups, जो की बहुत ही common होते हैं किसी एक design process के शुरुवाती दौर में.

3D CAD

3D CAD का सबसे ज्यादा इस्तमाल video games और animated films को develop करने के लिए होता है. वहीँ इसके बहुत से real-world applications भी हैं, जैसे की product design, civil engineering, और simulation modelling.

3D CAD के अंतर्गत आते हैं computer-aided manufacturing (CAM), जिसमें की three-dimensional objects की actual manufacturing होती है.

2D CAD drawings के तरह ही, 3D models भी typically vector-based होते हैं, लेकिन vectors के अंतर्गत आते है three dimensions, न की two dimensions. ये allow करता है designers को create करने के लिए complex 3D shapes जिसे की move, rotate, enlarge, और modify किया जा सकता है.

कुछ 3D models को create किया जाता है केवल polygons से ही, वहीँ दूसरों के अंतर्गत में आते हैं Bézier curves और rounded surfaces.

जब एक 3D model create किया जाता है, तब एक CAD designer को सबसे पहले construct करना पड़ता है उस object की basic shape, या “wireframe.”

एक बार shape पूर्ण हो जाये, तब फिर surfaces को उसमें add किया जाता है जिसमें आते हैं colors, gradients, या designs जिन्हें की apply किया जाता है एक process के द्वारा जिसे की texture mapping कहा जाता है.

ज्यादातर CAD programs में ये ability होती है जिससे की lighting को adjust किया जा सके, जो की affect करती हैं Objects की shadows और reflections पर.

कुछ programs के अंतर्गत एक timeline भी होता है जिसका इस्तमाल होता है 3D animations create करने के लिए.

CAD के उपयोग-

कई प्रोफेशनल्‍स के लिए यह तकनीक इतनी महत्वपूर्ण क्यों है? यहाँ कुछ सबसे बड़े पेशेवर क्षेत्र हैं जो CAD पर निर्भर हैं:

1) आर्किटेक्चर:

CAD के बारे में बात करते समय आर्किटेक्चर सबसे अधिक मांग वाले विषयों में से एक है; एक प्रोजेक्‍ट के डिजाइन के दौरान इतने सारे एलिमेंट शामिल हैं कि एक को लगभग सॉफ़्टवेयर सपोर्ट की आवश्यकता होती है।

उदाहरण: बड़ी डिज़ाइन कंपनियाँ आमतौर पर उत्पादकता में सुधार के लिए BIM मॉडलिंग सॉफ़्टवेयर जैसे Revit या ArchiCAD का उपयोग करती हैं, लेकिन छोटी डिज़ाइन फ़र्म आमतौर पर उनके वर्कफ़्लो में विभिन्न डिवाइसेस को जोड़ती हैं।

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2) प्रॉडक्‍ट डिजाइन:

औद्योगिक डिजाइनर CAD सॉफ्टवेयर का उपयोग न केवल किसी वस्तु की कल्पना करने के लिए करते हैं बल्कि यह समझने और पुष्टि करने के लिए भी करते हैं कि यह कैसे कार्य करेगा। Fusion 360, Inventor,, या SolidWorks जैसे टूल्‍स सबसे अधिक उपयोग किए जाते हैं।

उदाहरण: ग्रोवमेड एक कंपनी है जो उच्च गुणवत्ता वाले लकड़ी के उत्पादों को विकसित करने पर केंद्रित है। वे CAD और CAM टूल्स के अपने वर्कफ़्लो में Fusion 360 का उपयोग करते हैं, जिससे काम अधिक कुशल हो जाता है।

3) ग्राफिक डिजाइन:

व्यावसायिक ग्राफिक डिजाइन भी विज़ुअलाइज़ेशन बनाने के लिए 2 डी या 3 डी CAD सॉफ्टवेयर का उपयोग करता है। इस तरह के सॉफ्टवेयर से डिजाइनर अपने विजुअल को बेहतर बनाने के लिए इफेक्ट्स, टाइपोग्राफी, शेप और बैकग्राउंड जोड़ सकते हैं।

उदाहरण: मैथ्यू एन्कीना एक डिजाइनर और सामग्री निर्माता है जो अपने ग्राहकों के लिए ब्रांडिंग और इंटरैक्टिव अनुभव विकसित करने के लिए Adobe Photoshop, Illustrator और After Effects का उपयोग करता है।

4) इंजीनियरिंग:

कई और विविध इंजीनियरिंग क्षेत्रों को देखते हुए, इंजीनियरों द्वारा उपयोग किए जाने वाले CAD प्रोग्राम्‍स के प्रकार भी कई और विविध हैं। सबसे आम लक्ष्यों में से कुछ बुनियादी ढांचे, भवन, सर्किट, दूरसंचार नेटवर्क, ऊष्मप्रवैगिकी आदि में उपयोग किया जाता है.

CAD के फायदे -:


1) इंजीनियरिंग में उत्पादन दर को बढ़ाने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है।

2) कैड (CAD) के द्वारा बनाए गए डिजाइन स्वच्छ और सुंदर होते हैं।

3) CAD में मैनुअल ड्राफ्टिंग के कारण त्रुटियों में कमी होती है।

4) इसके द्वारा निर्माण किए गए डिजाइन यथार्थ एवं परिष्कृत होते हैं।

5) कैड के द्वारा बनाए गए डिजाइन में बदलाव आसानी से हो जाता है।

6) CAD का उपयोग करने से समय की भी बचत होती है।

CAD के नुकसान-


1) अचानक कंप्यूटर बंद या खराब होने से कार्य पूरी तरह अधूरा या नष्ट हो जाता है।

2) CAD में बनाए गए कार्य को हैक किया जा सकता है।

3) इसके सॉफ्टवेयर को चलाने के लिए सीखने की आवश्यकता होती है।

4) अगर कम्प्यूटर कंही खराब या उसकी सीडी बेकार हो जाए तो पूरा बनाया गया डिजाइन मिट जाता है।

5) अगर कंप्यूटर को सुरक्षित नहीं रखा गया तो डिजाइन वाले सीडी और कैसेट वायरस से ग्रसित हो जाते हैं।

6) प्रयोग होने वाले सी.डी. सॉफ्टवेयर और ऑपरेटिंग सिस्टम को हमेशा अपडेट करना होता है।

CAD का पूरा नाम क्या है?

CAD का फुल फॉर्म “Computer Aided Design” होता हैं

Cad का अर्थ क्या है?

Computer Aided Design अर्थात CAD का प्रयोग इंजीनियर, आर्किटेक्ट, ड्राफ्टर्स के द्वारा तकनीकी रेखांकन या किसी सटीक चित्र को बनाने में करते है।

ऑटोकैड की फीस कितनी है?

इन कोर्स से जुडे शुल्क की तो आम तौर पर लगभग 15000 रुपये से लेकर 50000 रुपये तक का शुल्क

ऑटोकैड कोर्स कितने दिन का होता है?

आप 12 क्लास पास करते ही ऑटोकैड का ढाई महीने का कोर्स कर ले उसके बाद आपको बहुत अच्छी सैलरी मिल सकती है

ऑटोकैड कौन सीख सकता है?

12वीं के बाद सीधे कोर्स में दाखिला लेकर ऑटोकैड सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स किया जा सकता है।

निकर्ष-

  • जैसा की आज हमने आपको CAD Kya hai, CAD Ka Full Form, cAD के प्रकार, CAD के उपयोग, CAD के फायदे, CAD के नुकसान, CAD के उपयोग के बारे में आपको बताया है.
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Ramu Choudhary, मैं एक Computer Graduate and Internet Services के बारे 2016 से बहुत अच्छे से रूबरू हु. में Technology ओर Education से सम्बंधित चीज़ों को सीखना और दूसरों कोबहुत पसंद है यदि आप भी Technology ओर Education सूचना प्राप्त करना चाहती होतो फिर हमारे ब्लॉग को फॉलो कर ले और दोस्तों के साथ शेयर कर दे.