BMS Kya Hai, Full Form, BMS करने के बाद क्या करे 2023 में

आज हम जानेंगे की BMS Kya Hai | BMS Full Form In Hindi | BMS Course Ki Fees Kitni Hai | BMS कोर्स कैसे करे | BMS करने के बाद क्या करे |

bms kya hai –

आज हम जानेंगे की bms Kya Hai, bms Full Form In Hindi Or bms से जुडी जानकारी हिंदी में –

बीएमएस एक Undergraduate Management Course है। यह कोर्स 3 साल का होता है। 3 सालों के इस कोर्स को 6 सेमेस्टर में बांटा गया है। मतलब की हर साल स्टूडेंट को 2 सेमेस्टर की पढ़ाई करनी होती है।

BMS के इस 3 साल के कोर्स में Student को Managment से जुड़े Subject जैसे Finace, Marketing आदि के बारे में Study कराई जाती है।

इस कोर्स को करने के बाद स्टूडेंट के सामने नौकरीं के कई विकल्प खुल जाते है। सरकारी, प्राइवेट दोनों सेक्टरों में आज इसकी।डिमांड काफी बढ़ गयी है।

अगर आप भी 12th के बाद इसमे अपना कैरियर बनाना चाहते है। तो इस कोर्स को कर सकते है। BMS से जुड़ी अन्य जानकारी को पाने के लिए आप आर्टिकल को अंत तक पढ़ सकते है।

BMS Full Form in Hindi- बीएमएस का फुल फॉर्म –

BMS Full Form: बीएमएस का फुल फॉर्म Bachelor of Management Studies होता है! जो मैनेजमेंट के क्षेत्र में एक पॉपुलर और लोकप्रिय कोर्स माना जाता है!

BMS Full form in Hindi: बीएमएस का हिंदी में फुल फॉर्म यानी की पूरा नाम प्रबंधन अध्ययन में स्नातक होता है! इसके माध्यम से आप व्यवसाय प्रबंधन के प्रत्येक पहलुओं के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते है!

BMS Course detail in Hindi –

Degree NameBachelor of Management Studies (BMS)
Duration3 years
Eligibility12th passed with a minimum of 50% to 60% marks
Degree levelUndergraduate level
Course typeManagement Course
Admission processThrough entrance exams & merit-based direct admission
BMS feesRs. 30000 to Rs. 6 lakh
BMS entrance examsDU JAT, St. Xavier’s BMS Entrance Test, MUCMET

BMS course की योग्यता- BMS कोर्स कौन कर सकता है-

Bachelor of Management Studies कोर्स में प्रवेश लेने के लिए विद्यार्थियों को जिन पड़ाव को पार करना पड़ता है । उनकी विस्तारित जानकारी निम्न बिंदुओं में दी गई है।

  • ‌ Students का किसी भी क्षेत्र से किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण होना आवश्यक है।
  • ‌ विद्यार्थी की आयु कम से कम 17 वर्ष होनी आवश्यक है।
  • ‌ 12वीं कक्षा में विद्यार्थी कि कम से कम 45% अंक होने चाहिए। कुछ कॉलेज में न्यूनतम अंक सीमा 50% से लेकर 60% तक भी होती है।
  • ‌ प्रवेश के लिए कालेज द्वारा निर्देशित प्रवेश परीक्षा को पास करना अनिवार्य है।
  • ‌प्रवेश परीक्षा के बाद कॉउंसेलिंग में अंको के अधार पर कॉलेज में प्रवेश दिया जाता है।

BMS Course kitne sal ka hota hai –

बीएमएस कोर्स में 3 वर्ष का कुल समय लगता है। इन 3 वर्षों को 6 सेमेस्टर में विभाजित किया जाता है। हर सेमेस्टर की अवधि 6 महीने की होती है। और हर सेमेस्टर के बाद परीक्षा ली जाती है।

दिल्ली यूनिवर्सिटी द्वारा प्रस्तावित Bachelor Of Management Studies कोर्स की अवधि 4 वर्ष की होती है। जिसमें इंटर्नशिप के रूप में समय भी शामिल होता है।

Students की जानकारी के लिए बता दें कि जो कॉलेज बीएमएस डिग्री ऑफर करते हैं। उन कॉलेज में बीबीए की डिग्री नहीं कराई जाती है। ऐसा ही बीबीए डिग्री कराने वाले कॉलेजों के साथ होता है। वे कॉलेज भी बीएमएस की डिग्री नहीं करवाते हैं।

BMS Course ki Fees kitni hai-

bms course fees की बात करें तो यह अलग अलग कॉलेजों के हिसाब से अलग अलग होती है। जहाँ सरकारी कॉलेज की बात करें तो इसमे-

BMS Course की फीस 15000 से 30000 रुपये सालाना हो सकती है जबकि प्राइवेट कॉलेजों में 30000 से 60000₹ तक या इससे ज्यादा भी हो सकती है। आप जिस कॉलेज में BMS Course में एडमिशन लेना चाहते है वहाँ जाकर पता कर सकते है।

bMS कोर्स कैसे करे-

नीचे बीएमएस कोर्स के प्रकार दिए गए हैं:

full time bMS- फुल-टाइम बीएमएस-

फुल-टाइम बीएमएस तीन साल का अंडरग्रेजुएट कोर्स है जो देश भर के विभिन्न यूनिवर्सिटीज और कॉलेजेस द्वारा ऑफर किया जाता है। कोर्सेज को भविष्य के मैनेजर और एन्त्रेप्रेन्योर्स को तैयार करने के लिए डिज़ाइन किया गया है जो बिज़नेस को अच्छी तरह से मैनेज करने के लिए है।

फुल-टाइम बीएमएस में एडमिशन लेने के लिए DUJAT, AIIMS UGAT, आदि जैसी एंट्रेंस एग्जाम देना होगा।
बीएमएस करने के लिए कुछ टॉप कॉलेजेस में सेंट जेवियर्स मुंबई, शाहिद सुखदेव सिंह कॉलेज दिल्ली, नरसी मोंजी मुंबई आदि शामिल हैं।

PART TIMR BMD- पार्ट-टाइम बीएमएस-

कई कॉलेज पार्ट-टाइम बीएमएस भी ऑफर करते हैं, इस कोर्स में एनरोलड छात्रों को रेगुलर क्लास में उपस्थित होने की आवश्यकता नहीं होती है।

पार्ट-टाइम बीएमएस में एडमिशन एंट्रेंस एग्जाम में आये रिजल्ट या फिर 10+2 के मार्क्स के अनुसार दिया जाता है।
यह कोर्स वर्किंग क्लास या उन छात्रों के लिए अच्छा है, जो फुल टाइम कोर्स नहीं कर सकते हैं।

ONE YEAR BMS – एक साल का बीएमएस-

कुछ यूनिवर्सिटीज या कॉलेज एक साल के मैनेजमेंट कोर्सेज ऑफर करते हैं। यह कोर्स विशेष रूप से नौकरी या जो लोग अपना बिज़नेस कर रहे है उनके लिए डिज़ाइन किया गया है, ताकि वे बीएमएस करके अपनी नॉलेज और स्किल्स को बढ़ा सकें।

  • एंट्रेंस एग्जाम आधारित या मेरिट आधारित एडमिशन दिए जाते हैं।
  • एक साल के बीएमएस कोर्स वर्किंग क्लास के लिए सबसे सूटेबल है।
  • टॉप यूनिवर्सिटीज में आईएसबी हैदराबाद शामिल है।

BMS syllabous in hindi –

जैसा कि आप सभी जानते हैं बीएमएस कोर्स वाणिज्य क्षेत्र से संबंधित होता है। इसलिए इस कोर्स में पाठ्यक्रम भी वाणिज्य विषयों पर ही आधारित होता है।

बीएमएस कोर्स के विषयों में मुख्य रूप से एकाउंटिंग, मार्केटिंग, व्यवसाय अध्ययन विषयों पर शिक्षा प्रदान की जाती है।

बीएमएस कोर्स 3 वर्ष का होता है। जिसमें से पहले 2 वर्ष में मुख्य व्यवसाय अनुशासन के बारे में शिक्षा प्रदान की जाती है । जबकि अंत के वर्ष में व्यवसायिक प्रबंधन की संगठनात्मक रणनीति के बारे में पढ़ाया जाता है।

बीएमएस के पाठ्यक्रम में वर्ष के अनुसार विषयों की सूची नीचे दी गई है। कॉलेज के अनुसार इन विषयों में थोड़ा बहुत परिवर्तन हो सकता है।

BMS 1st Year Syllabus

  • Business Law ( व्यापार कानून)
  • Industrial Law ( औद्योगिक कानून)
  • Foundation of Human Skills ( मानवी कौशल की नीव)
  • Introduction to Computers ( कंप्यूटर का परिचय )
  • Introduction of Financial Accounts ( वित्तीय खातों का परिचय)
  • Managerial Economics I ( प्रबंधकीय अर्थशास्त्र 1)
  • Principles of Management I ( प्रबंधन के सिद्धांत 1)
  • Business Statistics ( व्यापार सांख्यिकी)
  • Business Environment ( व्यापार पर्यावरण)
  • Business Communication (व्यापार संचार)
  • Business Mathematics (व्यावसायिक गणित)
  • Computer Applications in Business (व्यापार में कंप्यूटर एप्लीकेशन)

BMS 2nd Year Syllabus-

  • Marketing Management (विपणन प्रबंधन )
  • Strategic Management (कूटनीतिक प्रबंधन)
  • Cooperatives & Rural Markets (सहकारिता और ग्रामीण बाजार)
  • Management Accounting (प्रबंधन लेखांकन)
  • Direct & Indirect Taxes (प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कर)
  • Managerial Economics II (प्रबंधकीय अर्थशास्त्र II)
  • Environmental Management (पर्यावरण प्रबंधन)
  • Productivity and Quality Management (उत्पादकता और गुणवत्ता प्रबंधन)
  • Introduction of Cost Accounting (लागत लेखांकन का परिचय)
  • Business Aspects of Banking & Insurance (बैंकिंग और बीमा के व्यावसायिक पहलू)
  • Export-Import Procedures & Documentation (निर्यात-आयात प्रक्रियाएं और दस्तावेज़ीकरण)
  • Production Management & Materials Management (उत्पादन प्रबंधन और सामग्री प्रबंधन)

BMS 3rd Year Syllabus-

  • Project Work (परियोजना कार्य)
  • Elective I (इलेक्टिव 1)
  • Financial Management ( वित्तीय प्रबंधन)
  • International Finance ( अंतर्राष्ट्रीय वित्त)
  • Public Relations Management (पब्लिक रिलेशन्स मैनेजमेंट)
  • Special Studies in Marketing ( मार्केटिंग में विशेष अध्ययन)
  • Operation Research ( संचालन अनुसंधान)
  • International Marketing ( अंतरराष्ट्रीय मार्केटिंग)
  • Research Methods in Business (व्यापार में अनुसंधान के तरीके)
  • E-Commerce (E-कॉमर्स)
  • Indian Management Thoughts & Practices (भारतीय प्रबंधन विचार और व्यवहार)
  • Special Studies in Finance ( वित्त में विशेष अध्ययन)
  • Human Resource Management (मानव संसाधन प्रबंधन)
  • Elements of Logistics Management ( रसद प्रबंधन के तत्व)
  • Service Sector Management (सर्विस सेक्टर मैनेजमेंट)
  • Business Ethics & Corporate Social Responsibility (व्यावसायिक नैतिकता और कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व)
  • Entrepreneurship & Management of SME ( SME का उद्यमिता और प्रबंधन)

ऊपर दी गई सूची में बीएमएस के विषय की जानकारी थी। विभिन्न कॉलेजों में इन विषयों में परिवर्तन हो सकता है । Students से अनुरोध है कि संबंधित कॉलेज की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर विषयों के बारे में अधिक जानकारी जरूर प्राप्त कर लें।

BMS करने के बाद क्या करे –

अब तक हमने जाना है की BMS Kya Hai, BMS Full Form In Hindi और अब हम जानेंगे की BMS Course Detail In Hindi-

जो विद्यार्थी BMS Degree कंप्लीट करने के बाद आगे और पढ़ाई करना चाहते हैं । उनके लिए भारत में बहुत से विकल्प मौजूद हैं। उनमें से किसी एक विकल्प का चयन करके उस क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल की जा सकती है। उदाहरण के तौर पर उनमें से कुछ मुख्य कोर्स के नाम नीचे दिए गए हैं।

Course List after BMS –

  • Master of Management Studies (MMS)
  • Master of Business Administration ( MBA)
  • Post Graduate Diploma in Computer Management
  • Post Graduation Diploma Course in Management (PGDM)
  • Master of Commerce (M.Com)
  • Master in Data Science
  • Master of Arts in Human Resource Management
  • Cost Management Accountancy (CMA)
  • Chartered Accountancy (CA)
  • Post Graduate Diploma in Digital Marketing
  • PMP Certification


यह कुछ कोर्स थे। जिनको BMS Degree को कंप्लीट करने के बाद हायर एजुकेशन के रूप में किया जा सकता है।

लेकिन जो विद्यार्थी बीएमएस कोर्स के बाद आगे पढ़ाई नहीं करना चाहते हैं। और जॉब की तलाश में होते हैं। उनके लिए बीएमएस के बाद किस प्रकार की जॉब मिलती है।

Jobs after BMS Course | बीएमएस के बाद जॉब्स-

जो भी Students बीएमएस के बाद जॉब्स को प्रायरिटी देते हैं। उनके लिए भी भारत में सारे विकल्प जॉब के रूप में उपलब्ध है।

वाणिज्य क्षेत्र से संबंधित होने के कारण बीएमएस कोर्स कंप्लीट करने के बाद ज्यादातर जॉब्स के अवसर व्यवसाय के प्रबंधन क्षेत्र में ही मिलते हैं।

उदाहरण के तौर पर Bachelor Of Management Studies कोर्स को करने के बाद मिलने वाली नौकरियों से कुछ मुख्य नौकरियों की सूची नीचे दी गई है।

  • HR executive ( मानव संसाधन कार्यकारी)
  • Account manager ( खाता प्रबंधक )
  • Business consultants ( व्यापार सलाहकार )
  • Quality manager ( गुणवत्ता प्रबंधक )
  • Business development executive ( व्यवसाय विकास कार्यकारी )
  • Assistant manager ( सहायक प्रबंधक )
  • Quality specialist ( गुणवत्ता विशेषज्ञ )
  • Teacher ( अध्यापक )
  • Lacturer ( लेक्चरर )
  • Assistant professor ( सहायक प्रोफेसर )
  • Business development manager ( व्यवसाय विकास प्रबंधक )
  • Executive assistant ( कार्यकारी सहेयक )
  • Marketing coordinator ( बिक्री संयोजक )
  • Quality assurance analyst ( गुणवत्ता आश्वासन विश्लेषक )

TOP Colleges for BMS in India-

चलिए अब बात करते है India के कुछ Best कॉलेज जहाँ बीएमएस कि पढाई होती है |

University of Delhi

Shaheed Sukhdev College of Business Studies, Delhi

University of Mumbai

IP Univerity, Delhi

St. Xavier College, Mumbai

Jain Univerity, Bangalore

Shiv Nadar University, UP.

NIMS University

Azad Degree College

St. Francis College for Women

Adarsh College of Arts and Commerce

निकर्ष-

  • जैसा की आज हमने आपको bms kya hai, BMS Full Form in Hindi, BMS Course detail in hindi, BMS Course kitne sal ka hota hai, BMS Course ki Fees kitni hai, bMS कोर्स कैसे करे, BMS syllabous in hindi, BMS के बाद क्या करे, TOP Colleges for BMS in India के बारे में आपको बताया है.
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Ramu Choudhary, मैं एक Computer Graduate and Internet Services के बारे 2016 से बहुत अच्छे से रूबरू हु. में Technology ओर Education से सम्बंधित चीज़ों को सीखना और दूसरों कोबहुत पसंद है यदि आप भी Technology ओर Education सूचना प्राप्त करना चाहती होतो फिर हमारे ब्लॉग को फॉलो कर ले और दोस्तों के साथ शेयर कर दे.