E Governance Kya Hai, E-Governance के फायदे और नुकसान 2023 में

E Governance Kya Hai | E Governance Full Form in Hindi | E Goverence Ke Prakar | E Goverence Ke Fayde | E Goverment OR E Goverence में अंतर |

E Governance Kya Hai-

E-Governance एक ऐसी सर्विस है जिसमें सभी सरकारी कार्यों को ऑनलाइन सर्विस के द्वारा जनता तक पहुँचाना है।

E-Governance डाटा के इकठ्ठा करने, डिजिटल माध्यम से डाटा एवं सूचनाओं को भेजने, सरकारी कार्यों में तीव्रता लाने और न्यायसंगत निर्णय लेने आदि कार्यों में सहायक तथा सुविधाजनक भूमिका निभाता है।

इंटरनेट के द्वारा अब जनता सरकारी सुविधाओं का लाभ उठा सकेगी।

किसी भी सरकारी काम को करवाने के लिए पहले दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ते है लेकिन इस सर्विस के द्वारा आप कम समय में अपने सरकारी काम निपटा सकेंगे।

इन कामों को करने की एक समय सीमा बनाई गई है। इससे रिश्वतखोरी को रोका जाएगा। इससे कहीं जाने की जरुरत भी नहीं होगी और घर से ही आप सरकारी कार्य के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते है।

इसके तहत आपको गवर्मेंट सर्विस और सूचनाएं ऑनलाइन प्राप्त हो जाएगी। बहुत से राज्यों की सरकार इंटरनेट के द्वारा यह सुविधा लोगों तक प्रदान कर रही है।

E Governance Full Form in hindi-

ई गवर्नेंस का फुल फॉर्म ‘Electronic Governance‘ होता है.

जबकि हिंदी में E Governance का मतलब (E Governance Meaning in Hindi) ‘इलेक्ट्रॉनिक शासन‘ होता है।

E Goverence ke Prakar-

ई-गवर्नेंस योजना को मुख्यता चार भागों में बांटा गया है जिसके अलग-अलग कार्य योजना के अंतर्गत किए जाते हैं जो कि हम आपको निम्नलिखित बताने जा रहे हैं।

E Goverence ke Prakar

Government to Government(G to G)-

G to G का जो आशय है वह इस योजना के अंतर्गत यह है कि सरकार से सरकार तक का यानी कि किसी एक सरकारी विभाग से किसी अन्य दूसरे सरकारी विभाग की सेवा अथवा सूचना को आदान प्रदान करना या फिर दूसरी भाषा में कहें कि किसी दूसरे सरकारी कार्यालयों से संपर्क करना होता है जिसे हम गवर्नमेंट टू गवर्नमेंट सेवा कहते हैं।

Government to Citizen(G to C)-

जी 2 सी इस दूसरी सेवा का सीधा आशय यह है कि सरकार से नागरिक तक जाने की इस सेवा के द्वारा देश के किसी भी राज्य का कोई भी नागरिक सीधे सरकार से प्राप्त होने वाली सेवाओं का आनंद आसानी से उठा सकता है जैसे कि घर बैठे ही बिजली पानी की बिल जमा करना या फिर Online Ticket करना आदि।

Government to Business(G to B)-

यह तीसरे प्रकार की योजना जिसे हम G to B के नाम से जानते हैं यह सरकार से व्यापारियों का सीधा संबंध को जोड़ता है जिसमें कई प्रकार की सेवाएं व्यापारियों को प्रदान की जाती है.

जिसमें देश का कोई भी नागरिक अपने व्यवसायिक क्षेत्र में सरकारी कार्यों को घर बैठे ऑनलाइन माध्यम से आसानी से कर सकता है जैसे कि VAT के लिए Registration करना तथा किसी भी व्यापार के लिए Licence प्राप्त करना आदि।

Government to E(G to E)-

E-Governance का चौथा प्रकार जो होता है वह जीतू यानी कि सरकार से कर्मचारियों का सीधा संबंध दर्शाता है जिसके अंतर्गत सरकार और सरकारी कर्मचारी दोनों ही आपस में एक दूसरे से संपर्क कर सकते हैं जो कि किसी भी विभाग के द्वारा जानकारी को किसी वेबसाइट के माध्यम से एक दूसरे को साझा किया जा सकता है।

e goverence ke kam kya hote hai-

  • ऑनलाइन नेट बैंकिंग- इसके जरिये आप घर बैठे बैंकिंग सुविधा का लाभ प्राप्त कर सकते हैं.
  • UPI पेमेंट के माध्यम से ऑनलाइन पेमेंट करना.
  • किसी भी प्रतियोगी परीक्षा व बोर्ड एग्जाम का एडमिट कार्ड, मार्कशीट ऑनलाइन प्राप्त कर सकते हैं.
  • GST से सम्बंधित कार्य ऑनलाइन कर सकते हैं.
  • आयकर रिटर्न फाइलिंग- इससे सम्बंधित सभी कार्य ऑनलाइन किया जाता है.
  • पैन कार्ड, पासपोर्ट, आधार कार्ड, राशन कार्ड, स्वास्थ्य कार्ड का ऑनलाइन सत्यापन किया जाता है.
  • जाति प्रमाण-पत्र, आवासीय प्रमाण-पत्र, आय प्रमाण पत्र व ड्राइविंग लाइसेंस ऑनलाइन बनाया जाता है.
  • बिजली बिल, टेलीफोन बिल, मोबाइल रिचार्ज, DHT रिचार्ज ऑनलाइन भर सकते हैं.
  • एयरोप्लेन, ट्रेन, बस आदि की टिकेट ऑनलाइन कर सकते हैं.
  • कक्षा 1 से 12वीं तक की एन.सी.ई.आर.टी पुस्तकें डाउनलोड कर सकते हैं.
  • डिजिटल लॉकर के माध्यम से ऑनलाइन सर्टिफिकेट डाउनलोड किया जा सकता है.
  • ऑनलाइन एफआईआर दर्ज किया जा सकता है.
  • ऑनलाइन मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज करवा सकते हैं और ऑनलाइन वोटर कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं.
E GOVERNANCE KYA HAI
E Governance Kya Hai

e goverence ke fayde –

  • इस सुविधा द्वारा सभी कार्य ऑनलाइन होनें से कागज के उपयोग में कमी आएगी, जिसे पेड़ो को कटनें से बचाया जा सकेगा और पर्यावरण का संतुलन बना रहेगा |
  • नागरिको को सरकारी कार्यालयों में जानें की आवश्यकता नहीं होगी, जिससे दफ्तरों में भ्रष्टाचार ख़त्म होगा |
  • नागरिको को सरकारी सूचनाओं और सरकारी योजनाओं को जानकारी समय से प्राप्त होगी |
  • ई गवर्नेंस के माध्यम से लोगो का कार्य एक निर्धारित समय में होगा |
  • सबसे बड़ा लाभ यह है, कुछ नागरिक कार्यालयों में जानें से डरते थे, अब वह अपना कार्य ऑनलाइन माध्यम से आसानी से कर सकते है |

e goverence ke nuksan-

  • कोई भी कार्य ऑनलाइन करनें पर हमें अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा करनी पड़ती है, जो हमारे लिए घातक हो सकती है |
  • भारत में अभी भी बहुत से ऐसे लोग है, जिन्हें कंप्यूटर और मोबाइल का ज्ञान नहीं है जिसके कारण वह इस सुविधा का लाभ प्राप्त करनें से वंचित रह जायेंगे |
  • हमारे देश में अभी भी अनेक ऐसे गाँव है, जहाँ इंटरनेट की सुविधा नहीं पहुंची है जिससे वहां के लोग ई गवर्नेंस सुविधा का लाभ नहीं उठा पाएंगे |
  • देश के ऐसे लोग जो निरक्षर है और इस सुविधा का लाभ लेने के लिए यदि वह अपनी जानकारी किसी दूसरे व्यक्ति से साझा करते है, तो वह दूसरा व्यक्ति इसका लाभ उठा सकता है |

e goverment or e goverence में अंतर क्या है –

नीचे प्रस्तुत बिंदु उल्लेखनीय हैं, जहां तक ​​ई-सरकार और ई-गवर्नेंस के बीच का अंतर है:

  • ई-गवर्नमेंट से हमारा तात्पर्य सरकारी कार्यों में आईसीटी के अनुप्रयोग से है, जो बेहतर सरकार बनाने के लिए एक उपकरण के रूप में है।
  • दूसरी ओर, ई-गवर्नेंस का तात्पर्य प्रणाली के कार्यों और संरचनाओं को बदलने और समर्थन करने में आईसीटी के उपयोग से है।
  • जबकि ई-सरकार एक प्रणाली है, ई-गवर्नेंस एक कार्य है।
  • ई-सरकार एक तरह से संचार प्रोटोकॉल है। इसके विपरीत, ई-गवर्नेंस एक दो-तरफ़ा संचार प्रोटोकॉल है।
तुलना के लिए आधारई-सरकारई-गवर्नेंस
अर्थसरकारी कार्यों, जागरूक नागरिकों और वितरित सेवाओं का समर्थन करने के उद्देश्य से आईसीटी के आवेदन को ई-सरकार कहा जाता है।ई-शासन से तात्पर्य प्रभावी तरीके से जनता को दी जाने वाली सूचना और सेवाओं की श्रेणी और गुणवत्ता को बढ़ाने में आईसीटी के उपयोग से है।
यह क्या है?प्रणालीकार्यक्षमता
संचार प्रोटोकॉलएक तरह से संचार प्रोटोकॉलदो तरह से संचार प्रोटोकॉल

E-governance कितने प्रकार के होते हैं?

गवर्नेंस योजना को मुख्यता चार भागों में बांटा गया है – G2G, G2C, G2B, G2E

ई गवर्नेंस के उद्देश्य क्या है?

-गवर्नेंस या -शासन नागरिकों, व्यावसायियों, कर्मचारियों और सरकारों को सरकारी सूचना एवं सेवाएं देने के लिए संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग करना है।

ई गवर्नेंस के चार स्तंभ कौन से हैं?

लोग, प्रक्रिया, प्रौद्योगिकी और संसाधन ई-गवर्नेंस के चार प्रमुख स्तंभ हैं

भारत में ई गवर्नेंस की शुरुआत कब हुई?

2006 में इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, प्रशासनिक सुधार एवं लोक शिकायत विभाग द्वारा राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस योजना (NeGP) तैयार की गई थी.

ई गवर्नेंस शब्द किसने दिया?

यह आयोग, “राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस योजना” इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग (डीईआईटीवाई) और प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग द्वारा तैयार किया गया था।

ई शासन दिवस कब मनाया जाता है?

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर 25 दिसंबर को प्रतिवर्ष सुशासन दिवस के रूप में मनाया जाता है

निकर्ष-

  • जैसा की आज हमने आपको के E Governance Kya Hai, E Governance Full Form in Hindi, E Goverence ke Prakar, e goverence ke kam kya hote hai, e goverence ke fayde, ई गवर्नेंस से नुकसान, e goverment or e goverence में अंतर क्या है के बारे में आपको बताया है.
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Ramu Choudhary, मैं एक Computer Graduate and Internet Services के बारे 2016 से बहुत अच्छे से रूबरू हु. में Technology ओर Education से सम्बंधित चीज़ों को सीखना और दूसरों कोबहुत पसंद है यदि आप भी Technology ओर Education सूचना प्राप्त करना चाहती होतो फिर हमारे ब्लॉग को फॉलो कर ले और दोस्तों के साथ शेयर कर दे.