Linux Kya Hai, Linux O.S. के फायदे और नुकसान 2023 में

आज हम यह जानेंगे Linux Kya Hai | Linux और Windows OS में अंतर | Linux OS के फायदे | Linux OS के नुकसान के बारे में आपको बताने वाले है.

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यंहा पर हां आपको आअज बताने वाले है की linux kya hai जिससे जुडी जानकारी आपको हिंदी में समझाने वाले है आशा करते है आपको linux operating system in hindi से जुडी जानकारी पसंद आएगी.

किसी भी कंप्यूटर मशीन को चालू करने पर सॉफ्टवेयर के रूप में सबसे पहला कार्य ऑपरेटिंग सिस्टम का होता है. ऑपरेटिंग सिस्टम स्वयं कंप्यूटर मेमोरी में लोड होने के बाद कंप्यूटर में उपलब्ध सूचनाओं तथा डेटा के आधार पर मैनेज कर आगे निर्देश देता है.

Unix ऑपरेटिंग सिस्टम का एक प्रकार Linux OS है. जिस प्रकार Windows तथा Mac ऑपरेटिंग सिस्टम होते हैं. उसी प्रकार Linux भी एक ऑपरेटिंग सिस्टम है. यह एक फ्री तथा ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर है.

जिसका मतलब है एक यूजर इंटरनेट पर मुफ्त में लिंक्स कोडिंग को मॉडिफाई कर कमर्शियल तथा निजी उपयोग में ले सकता है. इसमें वे सॉफ्टवेयर होते हैं जो Linux Kernel पर आधारित हैं.

लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम को वास्तविक रूप से पर्सनल कंप्यूटर के लिए विकसित किया गया था. लेकिन बाद में इस ऑपरेटिंग सिस्टम ने अनेक प्लेटफॉर्म मोबाइल, स्मार्ट टीवी, गेमिंग कंसोल यहाँ तक वाहनों में भी इसी ओपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल किया जाता है.

लिनक्स यूनिक्स ऑपरेटिंग सिस्टम की तरह ही मिलता-जुलता ओपरेटिंग सिस्टम है. इसके साथ ही इसका इस्तेमाल सर्वर तथा कंप्यूटर सिस्टम (मैनफ्रेम कम्प्युटर) डिवाइस में सबसे अधिक होता है.

आंकड़ों के अनुसार लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम एक मात्र OS है जिसे टॉप 500 सुपर कंप्यूटर में इस्तेमाल किया गया. कुल डेस्कटॉप कंप्यूटर के 2% से अधिक सिस्टम में लिनक्स का इस्तेमाल किया जाता है.

यहाँ तक कि क्रोमबुक जिसका नाम शायद आपने जरूर सुन होगा. यह भी लिनक्स ओपरेटिंग सिस्टम पर कार्य करता है.

linux ke prakar –

अब तक हमने जाना है की linux kya hota hai लेकिन अब हम जानेगे की लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम कितने प्रकार का होता है,

Linux Operating System के मुख्य रूप से तीन प्रकार के हैं –

  • Kernel (कर्नेल)
  • System Library (सिस्टम लाइब्रेरी)
  • System Utility (सिस्टम यूटिलिटी)
linux kya hai
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1 – Kernel (कर्नेल)

Kernel, Linux का मुख्य भाग है. यह ऑपरेटिंग सिस्टम में हो रहे सभी गतिविधियों के लिए उत्तरदायी होता है. Kernel में अनेक दुसरे Module भी होते हैं जो कि Underlying Hardware के साथ Direct Interact करते हैं.

2 – System Library (सिस्टम लाइब्रेरी)

System Library वे विशेष Function या Program होते हैं जिनका इस्तेमाल करके Application Program या System Utility Kernel के Feature को Access कर सकते हैं. ये System Library ऑपरेटिंग सिस्टम के अधिकांश कार्यक्षमता को Implement करते हैं.

3 – System Utility (सिस्टम यूटिलिटी)

System Utility वे प्रोग्राम होते हैं जो कि विशिष्ट, और व्यक्तिगत स्तर के कार्य के लिए उत्तरदायी होते हैं.

Linux और Windows OS में अंतर-

आपको हम यंहा Linux और Windows o.s. में अंतर के बारे में बताने वाले की जो की एक confusion सी बनी रहती है.

Linux O.s.Windows O.s.
यह एक open-source ऑपरेटिंग सिस्टम है.यह एक closed-source ऑपरेटिंग सिस्टम है.
इसके फाइल का नाम case-sensitive होता है.windows के फाइल का नाम case-sensitive नही होता है.
यह free है.इसको पैसे देकर खरीदना पड़ता है.
इस OS में, monolithic kernel का प्रयोग किया जाता है.इसमें micro kernel का प्रयोग किया जाता है.
विंडोज की तुलना में यह ज्यादा efficient (कुशल) है.यह कम efficient है.
यह ज्यादा सुरक्षित है क्योंकि इसे hacker आसानी से hack नही कर सकते.यह कम सुरक्षित है.
इसमें antivirus का प्रयोग नहीं किया जाता क्योंकि इसमें virus नही आते.इसमें एंटीवायरस का प्रयोग किया जाता है.

Linux OS के फायदे-

  • Portable – लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम पोर्टेबल है, अर्थात यह एक साथ अनेक हार्डवेयर पर कार्य करने में सक्षम है.
  • Multi User – लिनक्स एक मल्टी यूजर ऑपरेटिंग सिस्टम है, अर्थात एक समय में कई यूजर मेमोरी, रैम, एप्लीकेशन आदि को Access कर सकते हैं.
  • Multi Programming – लिनक्स एक Multi Programming ऑपरेटिंग सिस्टम है. अर्थात एक साथ इसमें कई प्रोग्राम को Run कर सकते हैं.
  • Open Source – लिनक्स एक ओपन सोर्स ऑपरेटिंग सिस्टम है. कोई भी यूजर बिना लाइसेंस के फ्री में लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल कर सकता है.
  • Virtual Memory – यदि किसी बड़े Program या Application को Edit करते हैं तो हमें कुछ Physical Memory की जरुरत पड़ती है जो हार्ड डिस्क में Store कर दी जाती है और आवश्यकता पड़ने पर इसका इस्तेमाल किया जा सकता है.
  • Security – लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम में अच्छे Security Feature भी उपलब्ध हैं. जैसे Password Protaction, Control Access आदि.

Linux OS के नुकसान-

  • Linux का इस्तेमाल करना windows की तुलना में आसान नहीं लगता है. यानि windows का इस्तेमाल करना काफी easy है.
  • Linux को User फ्रेंडली OS नहीं कह सकते है. क्योकि इसमें विंडोज़ की तरह Easy Interface नहीं मिलता है.
  • इसलिए नॉन टेक्निकल व्यक्ति के लिए लिनक्स का इस्तेमाल करना विंडोज से कहीं ज्यादा कठिन होता है.
  • लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम में कुछ devices जैसे प्रिंटर तथा ब्लू रे डिस्क को कनेक्ट करना आसान नहीं रहता है.
  • लिनक्स में कई तरह के प्रोग्राम्स कार्य नहीं करते तथा इसमें निम्न मात्रा में कंप्यूटर हार्डवेयर सपोर्ट करते हैं
  • सभी ड्राइवर लिनक्स os को सपोर्ट नहीं करते है.
  • तो यह था जानकरी Linux operating system और Unix के बारे में.

निष्कर्ष-

  • जेसा की आज हमने आपको linux kya hai, linux kya hota hai, Linux और Windows oS में अंतर, के बारे में आपको बताया है.
  • इसकी सारी प्रोसेस स्टेप बाई स्टेप बताई है उसे आप फोलो करते जाओ निश्चित ही आपकी समस्या का समाधान होगा.
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Ramu Choudhary, मैं एक Computer Graduate and Internet Services के बारे 2016 से बहुत अच्छे से रूबरू हु. में Technology ओर Education से सम्बंधित चीज़ों को सीखना और दूसरों कोबहुत पसंद है यदि आप भी Technology ओर Education सूचना प्राप्त करना चाहती होतो फिर हमारे ब्लॉग को फॉलो कर ले और दोस्तों के साथ शेयर कर दे.