5s Kya Hai, 5s in hindi, 5s क्या होता है इससे जुडी समस्त जानकारी हिंदी में

आज हम यह जानेंगे के 5s Kya Hai, 5s in hindi, 5s क्या होता, 5s से होने वाले लाभ और हानि के बारे के बारे में आपको स्टेपानुसार बताने वाले है.

5s Kya Hai- 5s in hindi-

5S एक जापानीज तकनीक है इसका विकास जापान में ही हुआ है इसलिए 5S को एक जापानी तकनीक माना जाता हैं। लगभग प्रत्येक जापानी अपने काम करने (Work Place) की जगह से लेकर अपनी जीवन शैली मे भी 5S Method उपयोग करते हैं।

5s kya hai -5s in hindi:- 5s एक तरीका है जिसके माध्यम से वर्कस्पेस और वर्क फ्लो मैनेज किया जाता है जिससे प्रोसेस और waste को Remove करके आर्गेनाइजेशन की छमता को बढ़ाया जा सके. 5s वर्किंग एनवायरनमेंट के इम्प्रूवमेंट का एक तरीका है. 

5s मुख्य्तः 5 – s से मिलकर बना है जो मुख्य्तः जापानी नाम हैं. 1. Seiri (सेईरी) 2.Seiton (सैंटोन) 3.Seiso (सिसो) 4.Seiketsu (सैकेटसु) 5. Sitsuke (सितसुके). 

सर्वप्रथम 1980 में जापान की मैन्युफैक्चरिंग कंपनी टोयोटा ने 5S का उपयोग किया और इसे टोयोटा प्रोडक्शन सिस्टम का नाम दिया जो बाद में 5S एक्टिविटी के नाम से Famous हुई. Service Industry में 5s का उपयोग 1990 से प्रारम्भ हुआ.

5s कार्य क्षेत्र का improvement है. 5s एक अच्छे वर्किंग एनवायरनमेंट को बनाने के लिए की जाने वाली एक्टिविटी है. 

5s की एक्टिविटी में कंपनी अथवा वर्कप्लेस के चपरासी से लेकर मालिक तक सभी लोग भाग लेते है और अपने कार्य क्षेत्र को बेहतर बनाने के लिए कार्य करते हैं.

5S क्या होता है-

अब हम यह जानेंगे के 5s Kya Hai, 5s in hindi, 5s क्या होता, 5s से होने वाले लाभ और हानि के बारे के बारे में आपको स्टेपानुसार बताने वाले है.

  1. Short ( छांटना )
  2. Set In Order ( सुव्यवस्था )
  3. Shine ( चमकाना )
  4. Standardize ( मानकीकरण )
  5. Sustainable ( अनुशासन )
5s in hindi

STEP : 1 Short ( छांटना ) :-

  • सबसे पहले हमें वस्तुओं की सूची बना लेते है जिसमे जो वस्तुए जरुरी है उनकी एक लीस्ट बना लेते है , और जो जरुरी नहीं है उन्हें अलग कर देते है , यह 5s का पहला स्टेप है-
  • जैसा की नाम से ही पता चलता है कि छांटना का मतलब होता हैं अलग अलग करना। इसमे हम अपने काम की वस्तुओं को अपने पास रखते हैं और फालतू की वस्तुओं को हटा देते हैं।
  • जितनी मात्रा मे वस्तुओं की जरुरत है उतना ही मगवाये। अपने Workplace पर चारों तरफ ध्यान दे कि कही कोई फालतू वस्तु तो नही पडी है।
  • क्योंकि फालतू की वस्तुओं से काम की वस्तुओं को ढूंढने में ज्यादा समय लग जाता हैं। अपनेे 1S का Implement करने के लिए हम इन फालतू की वस्तुओं को हटा देगे।
  • इन्हें हटाने से पहले हम इसकी एक सूूूची बनाएगे और ये Confirm करेंगे कि जो वस्त्तुए हम हटा रहे वो हमारे किसी काम की नही है। वस्तुऐ जिस प्रकार से उपयोग मे लाई जानी हो या जिस क्रम मे वस्तुओं को यूज किया जाता हैं उन्हें उस क्रम मे रखे।
    जैसा की हम जानते है की वस्तुओं को उपयोग हिसाब से रखने में काम स्थान की जरुरत पड़ती है
  • वस्तुओं की सूची कैसे बनाये :
  • 1 . अपने काम के अनुसार से उपयोग में आने वाली वस्तुये की सूची बहुत ही आसानी से बन सकती है
  • 2 . जो वस्तुए उपयोग में नहीं आने वाली है उनको अलग स्थान पर कही दूर रखे
  • 3 . जिन वस्तुओ की जरुरत बार बार पड़ती है उनको सबसे पास रखे ताकि ढूढने में समय न जाये
  • 4 . अब जो वस्तुए उपयोग के अनुसार निकली है उन्हें जरुरत के अनुसार लगाए जो वस्तुए सबसे ज्यादा use में आती है उन्हें सबसे पास और जो काम use में आती है उन्हें उससे दूर स्थान दे

लाभ : 1. कार्यक्षेत्र अच्छा दिखता है
2 . वस्तुओं को खोजने में टाइम नहीं लगता है
3. जो वस्तु चेक करने में समय नहीं लगता

2 – Set In Order ( सुव्यवस्था )-

  • जैसा की नाम से पता चलता है उपयोग में आने वाली वस्तुओ का एक क्रम निर्धारित करे , उस वास्तु स्थान को उसका नाम दे , और उस बस्तु को उपयोग होने के बाद उसी जगह रखे जहा उसका स्थान बनाया गया है ,
    सुव्यवस्था का मतलब है।
  • सभी चीजों की एक निर्धारित जगह हो और सभी चीजे अपनी जगहों पर हो। वस्तुओं को उपयोग करने के बाद उसी स्थान पर रख दिया जाता हैं।
  • ताकि अगर दूसरे किसी व्यक्ति को उस वस्तु की जरूरत हो तो वह आसानी से उस व्यक्ति को मिल सके। इससे कार्य करने आसानी होगी।
  • वस्तुओं को उनके साइज के हिसाब से रखे। जिन वस्तुओं की जो जगह बनाई गई हैं वो वस्तुए उसी स्थान पर होनी चाहिये। जिससे जब उन वस्तुओं की जब जरूरत पड़े तो उन्हें आसानी से उपयोग मे लाया जा सके।
  • अगर आप अपने कार्यस्थल पर इस तीसरे एस (Set in Order) को लागू करते हैं तो सबसे पहले तो जगह (Space) की बचत होती हैं और दूसरा इससें आपको चीजों को ढूंढने में समय खराब नहीं होता और आप का Searching Time कम हो जाता हैं. उपयोग के अनुसार कैसे लगाए :
    1 . उपयोग में आने वाली वस्तुओं का नामकरण करे
    2 . वास्तु के नाम के अनुसार उसकी एक निश्चित जगह दे और उसका नाम दे
    3 . वस्तु को उपयोग के वाद उसको उसी जगह पर रखे जहा उसका स्थान बनाया गया है

उस कार्यस्थल पर काम करने वाले सभी कर्मचारियों को इस एस का पालन करना चाहिए।
लाभ : 1. वस्तु की पहचान करने में समय नहीं लगता
2. वस्तु को खोजने में टाइम नहीं लगता
3. कोई भी व्यक्ति आसानी से वस्तुए प्राप्त कर सकता है बेसक वो नया ही क्यों न हो
4. कोनसी वस्तु कहा है वहुत आसानी से जान सकते है

3- Shine ( चमकाना )-

  • कार्यक्षेत्र और वस्तुओं की साफ सफाई नियमित करे , उन्हें चमका के रहे
    इस मे अपने आसपास की उन वस्तुओं की साफ-सफाई करते जिन्हें हमारे द्वारा उपयोग किया जाता हैं। हम अपने कार्यस्थल , मशीनों , उपकरणों , Floor को हमेशा साफ सुथरा रखना चाहिए।
  • मशीनों मे या पाइप लाइनों मे किसी भी प्रकार का कोई लिकेज नहीं होना चाहिए। अगर कहीं कोई लिकेज है तो उसे तुरन्त ठीक करवाया जाना चाहिए। इस एस के कुछ नियम है।
  • कभी भी चलती मशीन मे सफाई नही करना चाहिए। क्योंकि हो सकता हैं कि आप जिस कपड़ें से सफाई कर रहे हैं वह कपड़ा मशीन की मोटर , बेल्ट या स्पैनडल मे फस सकता हैं।
  • जिससे Accident हो सकता है। इसलिए मशीन को साफ करने से पहले मशीनों को बंद कर दे। हो सके तो Power Of कर दे।
  • सफाई करने का एक समय तय होना चाहिए। ज्यादातर कम्पनियों या Organisation मे सफाई का टाइम टेबल बनाया जाता हैं जिसमे दिन में 10 मिनट या हफ्ते में 15 मिनट सफाई के लिए रखा जाता
    हैं। इस समय मे सभी कर्मचारी अपने मशीनों , उपकरणों और कार्यस्थल की साफ सफाई करते हैं।

कैसे चमकाए :

  1. साफ सफाई के दिशानिर्देश बनाये
  2. साफ सफाई के निर्देशों का पालन करे
  3. इसका समय निर्धारित करे
  4. इस कार्य को कौन करने वाला है उसकी लिस्ट बनाये और लगाए
  5. वस्तुओं का इंपेक्शन करे ख़राब होने पर बदल दे
  6. हमे Cleaning With Meaning वाली Policy को फोलो करे

लाभ : 1. वस्तुए साफ रहती है
2. वस्तुये लम्बे समय तक चलती है
3. वस्तुओं को समय के अनुसार ख़राब होने से पहले चेंज सकते है.

4 Standardize ( मानकीकरण )-

  • ऊपर बताये गए तीनो स्टेपो को फॉलो करने की चेक लिस्ट बनाये , तीनो स्टेपो को कैसे , कौन, कितनी देर करना है इसका समय सूची में अंकित करे , ऐसा करने पर यह एक स्टैण्डर्ड बन जायेगा , और जो सब के लिए फॉलो करना अनिवार्य होगा , इसमे हम अपने द्वारा बनाए गए Standardize को Maintain करते हैं।
  • जैसे मान लो कि कम्पनी में पानी की पाईप का कलर कोड Blue है तो जब नई पानी की पाईप लगाईं जाये या पूरानी पाईप को बदला जाये तो उनका कलर भी Blue होना चाहिए।
  • इसमे हम ऊपर के तीनों S का Standard बना कर रखते हैं। किसी एक व्यक्ति को इसकी जिम्मेदारी दे देते हैं कि ऊपर के तीनों S का पालन सही से हो रहा है कि नही।
  • वह इसे एक Board के जारिये दिखा सकता है कि उन S के सामने वह ✓ चैक का Mark लगा सकता है। अच्छी Housekeeping की आदत को बनाए रखें। कम्पनी के Standardize की समय समय पर जांच होती रहनी चाहिए।

मानकीकरण कैसे करे :

  1. 5s के अंतर्गत जो भी कार्य डाले सब का दिशानिर्देश बनाये
  2. कार्य को करने में होने वाली वस्तुओं की चेक लिस्ट बयाये और daily चेक करे
  3. Responsibility तय करे
  4. कार्य को करने में लगने वाले समय का आकलन करे
  5. हम जो भी कार्य कर रहे हैउसका वर्क इंस्ट्रक्शन वहा पर लगा होना चाहिए
  6. वर्क इंस्ट्रक्शन के अनुसार ही कार्य करना चाहिए

लाभ : 1. कोई नया पर्सन भी उस कार्य को आसानी से कर सकता है
2. तीनो STEP को आसानी से पूरा किया जा सकता है
3 कार्य को समझने में आसानी मिलती है

5- Sustainable ( अनुशासन )-

  • सबसे जरुरी और महत्वपूर्ण स्टेप अनुशासन है , अनुशासन बनाये रखना उतना ही जरुरी है जितना कार्य करना
    हर कम्पनी की अपनी एक अनुशासन प्रणाली होती हैं।
  • कम्पनी में हर हालत में अनुशासन बनाए रखें। प्रत्येक कार्य को करते समय निर्धारित नियमों का पालन करना चाहिए। इस S मे हमे कम्पनी के प्रत्येक कार्य को निर्धारित समय और कार्य प्रणाली के अनुसार ही करना चाहिए।
  • सुरक्षा नियमों का पालन करना , कम्पनी Terms & Condition का पालन करना, कम्पनी के Standardize को बनाए रखना आदि।
  • कई कम्पनी और Organisation मे इसके बारे मे Training दी जाती हैं कि कम्पनी में अनुशासन कैसे बना कर रखें। इसके लिए Plant को अलग अलग Zone मे बांटा जाता हैं और इसका Continue Audit किया जाता हैं।
    बनाये गए आदेश का पालन करे

अनुशासन कैसे बनाये रखे :

  1. रोज Monitoring करें।
  2. सभी कर्मचारियों को इसके बारे मे Training दे।
  3. कर्मचारियों को MOTIVATE करे कि वह कम्पनी में अनुशासन बनाए रखें।।
  4. समय समय पर हर लेवल पर Audit करना चाहिए।
  5. सभी कर्मचारियों के बीच Communication System अच्छा होना चाहिए।
  6. Red Tag प्रणाली का इस्तेमाल करना चाहिए।
  7. Team work बना कर काम करे।

आशा करते है की आपको 5s kya hai , 5s in hindi के बारे में जो बताया गया वो आपके समझ चुके होंगे.

5s Kya Hai in hindi

5s का मुख्य उद्देश्य in Hindi-

  • 5s का मुख्य उद्देश्य zero डिफेक्ट को achieve करना है.
  • zero defect on quality.
  • zero waste leading to higher quality.
  • Zero breakdowns.
  • Zero injuries
  • 5S का implementation आपको मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर दोनों की वर्किंग में इम्प्रूवमेंट कर सकता है. 5S का इम्प्लीमेंटेशन एक सही तरीके से करना चाहिए और स्टेप by स्टेप फॉलो करना चाहिए:
  • उपयोगी और अनुपयोगी वस्तुओं को अलग करना.
  • वर्क फ्लो के अनुसार वस्तुओं को arrange करना.
  • कार्यस्थल को साफ़ रखना।
  • “Sort- set- shine” process का मानकीकरण करना.
  • वर्कर्स का पॉजिटिव attitude रहना और quality को इम्प्रूव रखना।

5S के फायदे-

5s Kya Hai
  1. 5 s के पहले s, सॉर्ट को करके हम अपने वर्क एरिया की गैर जरूरी चीजों को हटा सकते हैं. जिससे की हमारा वर्क place पूरी तरह साफ़ रहेगा और सुन्दर दिखेगा.
  2. 5 s के दुसरे s सेट इन आर्डर को करके हम अपने वर्क एरिया की सभी जरूरी चीजो को व्यवस्थित तरीके से रख सकते हैं.
  3. 5 s के तीसरे s, शाइन का उपयोग करके हम अपने वर्क एरिया को पूरी तरह साफ़ रख सकते हैं.
  4. standarized का उपयोग करके हम ऊपर के तीनो s का उपयोग करने के लिए एक check sheet बना सकते हैं और tag भी बना सकते हैं जिससे की इन्हें फॉलो करने में आसानी हो.
  5. इन चारों s को लगातार फॉलो करना ही सस्टेन है.
  6. 5 s लागू करने से कार्य करने में सरलता आती है जिससे की कर्मचारियों का काम में परेशानी नही होती है.

5S का जनक कौन है

5s का जनक 1980 में जापान की मैन्युफैक्चरिंग कंपनी टोयोटा ने 5S का उपयोग किया और इसे टोयोटा प्रोडक्शन सिस्टम का नाम दिया जो बाद में 5S एक्टिविटी के नाम से Famous हुई.

5S कब लॉन्च हुआ?

5एस भारत में कल यानी 20 नवंबर को लॉन्च किया जाएगा।

5s के क्या फायदे हैं?

5 s के पहले s, सॉर्ट को करके हम अपने वर्क एरिया की गैर जरूरी चीजों को हटा सकते हैं. जिससे की हमारा वर्क place पूरी तरह साफ़ रहेगा और सुन्दर दिखेगा.
5 s के दुसरे s सेट इन आर्डर को करके हम अपने वर्क एरिया की सभी जरूरी चीजो को व्यवस्थित तरीके से रख सकते हैं.
5 s के तीसरे s, शाइन का उपयोग करके हम अपने वर्क एरिया को पूरी तरह साफ़ रख सकते हैं.

5s किसे लागू करना चाहिए?

5S पद्धति का उपयोग करना हर किसी के लिए आसान है। इसके लिए किसी तकनीकी विश्लेषण की आवश्यकता नहीं होती है और इसे विश्व स्तर पर सभी प्रकार की कंपनियों में लागू किया जा सकता ह

Conclusion-

  • जेसा की आज हमने आपको 5s Kya Hai, 5s in hindi, 5s क्या होता, 5s से होने वाले लाभ और हानि के बारे में आपको बताया है.
  • इसकी सारी प्रोसेस स्टेप बाई स्टेप बताई है उसे आप फोलो करते जाओ निश्चित ही आपकी समस्या का समाधान होगा.
  • यदि फिर भी कोई संदेह रह जाता है तो आप मुझे कमेंट बॉक्स में जाकर कमेंट कर सकते और पूछ सकते की केसे क्या करना है.
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Ramu Choudhary, मैं एक Computer Graduate and Internet Services के बारे 2016 से बहुत अच्छे से रूबरू हु. में Technology ओर Education से सम्बंधित चीज़ों को सीखना और दूसरों कोबहुत पसंद है यदि आप भी Technology ओर Education सूचना प्राप्त करना चाहती होतो फिर हमारे ब्लॉग को फॉलो कर ले और दोस्तों के साथ शेयर कर दे.