Malware Kya Hai, मैलवेयर का पता कैसे लगाएं फिर मैलवेयर को कैसे हटाये 2023 में

आज हम जानेंगे की Malware Kya Hai, मैलवेयर से कंप्यूटर को कैसे बचायें, मैलवेयर का कैसे पता लगाएं, Malware और Virus में क्या अंतर है

Malware Kya Hai-

मैलवेयर को Spanish भाषा में “Mal” एक उपसर्ग (prefix) हैं, जिसका मतलब “bad” या हिन्दी मे बुरा या खराब शब्द होता हैं इसलिए इसे “badware” भी कहते हैं, जो इसे याद रखने का एक अच्छा तरीका भी हैं।

Malware का meaning Malicious Software या फिर Malicious Code होता है| यह Malicious Software यूजर की अनुमति के बिना उसे सिस्टम में प्रवेश करके यूजर की जानकारी को Delete कर देता या फिर उसे चुरा लेता है|

यह इतने खतरनाक होते हैं की यह यूजर की अनुमति के बिना Gmail की मदद से किसी को भी फर्जी मेल भेज सकते हैं| इसलिए इन्हें कंप्यूटर का दुश्मन भी कहा जाता है|

इन मैलवेयर को वह Software Developer बनाते हैं जो इन्टरनेट का गलत इस्तेमाल करना चाहते हैं और इन सॉफ्टवेर डेवलपर को Hacker के नाम से पहेचाना जाता है|

इन्टरनेट पर मौजूद कुछ Third Party Website हमें Paid Software को Free में Download करने का विकल्प देती हैं|

हमें इस तरह की वेबसाइट से कभी भी कुछ डाउनलोड नहीं करना चाहिए क्यूंकि इस तरह की कुछ वेबसाइट हमारे सिस्टम में Malware भी Install कर सकती हैं|

Malware Full Form in Hindi-

Malware का फुल फॉर्म Malicious Software होता है जिसे हिंदी में दुर्भावनापूर्ण सॉफ्टवेयर कहते हैं.

मैलवेयर कब और कैसे आया –

दुनिया का पहला वायरस क्रीपर था जिसे कि 1970 के दशक में ARPANET नेटवर्क पर खोजा गया था, इस वायरस को Bob Thomas ने विकसित किया था और TENEX ऑपरेटिंग सिस्टम के द्वारा फैलाया था.

यह वायरस कंप्यूटर को संक्रमित करने के बाद एक मैसेज स्क्रीन पर दिखाता था “I Am The Creeper Catch Me If You Can”.

इसके बाद 1982 में सार्वजनिक रूप से ज्ञात होने वाला वायरस Elk Cloner था इसे Rich Skrenta ने विकसित किया था. धीरे – धीरे विभिन्न प्रकार के वायरस बनने लगे जो कंप्यूटर को अनूठे तरीके से संक्रमित करते हैं.

मैलवेयर के प्रकार –

अभी तक कई प्रकार के मैलवेयर पाए गए हैं जो कंप्यूटर या किसी दुसरे सिस्टम को बहोत नुकशान पहोंचा सकते हैं| इन मैलवेयर में से मैंने कुछ प्रमुख प्रकार के मैलवेयर की लिस्ट बनायीं है जो कुछ इस तरह है|

  • Computer Worm
  • Computer Viruses
  • Trojan Horse
  • Adware
  • Spyware
  • Ransomware
  • Rootkit
  • Key Logger
  • Fileless Malware
  • Scareware
  • Backdoors
  • Botnets Denial of Service Attack

मैलवेयर से कंप्यूटर को कैसे बचायें-

अपने कंप्यूटर सिस्टम का मैलवेयर से बचाव करने के लिए आप निम्नलिखित कुछ बातों का ध्यान रख सकते हैं –

Malware Kya Hai
Malware Kya Hai
  • अपने कंप्यूटर सिस्टम में एक भरोसेमंद एंटीवायरस सॉफ्टवेयर इनस्टॉल करें और उसे अपडेट करते रहें.
  • अगर आप इन्टरनेट से कोई फाइल डाउनलोड करना चाहते हैं जैसे गाने, मूवी आदि तो इसे विश्वशनीय वेबसाइटों से ही डाउनलोड कीजिये.
  • आपको अपने वेब ब्राउज़र में कई लुभावने विज्ञापन देखने को मिल सकते हैं, आप इन लुभावने विज्ञापनों से दूर ही रहें, इन विज्ञापनों पर क्लिक ना करें.
  • किसी अवांछित और अविश्वसनीय ईमेल को ओपन ना करें, यदि आप ओपन भी करते हैं तो उसमें दिए गए लिंक पर क्लिक ना करें.
  • किसी अनजान सोर्स के द्वारा कोई भी फाइल ओपन ना करें.
  • अपने कंप्यूटर सिस्टम में फ़ायरवॉल इनस्टॉल करें, यह कंप्यूटर और इन्टरनेट के बीच दीवार के रूप में काम करता है और किसी भी प्रकार के मैलवेयर से कंप्यूटर को कड़ी सुरक्षा प्रदान करता है.
  • किसी External Device जैसे पैन ड्राइव, USB आदि को कंप्यूटर में लगाने से पहले स्कैन कर लीजिये. अगर आप एंटीवायरस का इस्तेमाल नहीं करते हैं तो आपको किसी भी एक्सटर्नल डिवाइस को लगाने से बचना चाहिए.
  • अपने कंप्यूटर के महत्वपूर्ण डेटा को Strong पासवर्ड लगाकर सुरक्षित करें.

मैलवेयर का कैसे पता लगाएं ?-

यदि मैलवेयर आपके कंप्यूटर सिस्टम में प्रवेश कर गया है, तो आप इसका तुरंत पता नहीं लगा सकते, क्योंकि यह धीरे-धीरे पूरे सिस्टम में फैल जाता है। यदि आपके कंप्यूटर सिस्टम में मैलवेयर है तो आपके कंप्यूटर में निम्न गतिविधियां हो सकती हैं –

  • बहुत धीमा कंप्यूटर चल रहा है।
  • कंप्यूटर में कोई भी सॉफ्टवेयर खोलने पर त्रुटि संदेश दिखा रहा है।
  • कंप्यूटर में मौजूद फाइलों का स्वत: डिलीट होना।
  • प्रोग्राम को कंप्यूटर में लोड होने में अधिक समय लगता है।
  • काम करते समय कंप्यूटर बंद हो जाता है।
  • ये कंप्यूटर में मैलवेयर होने के कुछ लक्षण हैं। अगर आपके कंप्यूटर में भी ऐसी गतिविधियां हो रही हैं तो संभव है कि मैलवेयर आपके कंप्यूटर में घुस गया हो।

मालवेयर कहां से आता है –

मैलवेयर आपके कंप्यूटर सिस्टम में कई अलग-अलग तरीको से पहुँच सकते हैं। computer में मैलवेयर आने से कुछ सामान्य स्रोत जैसे ईमेल अटैचमेंट, इन्फेक्टेड वेबसाइट, टोरेंट सॉफ्टवेयर और शेयरिंग नेटवर्क आदि हो सकते हैं।

Phishing: Phishing तरीके से आपसे व्यक्तिगत जानकारी पाने के लिये फ़्रॉड कंपनी से आपके कंप्यूटर में ईमेल आते है। जिसमें जानकारी भरने पर वायरस आ सकते हैं।

Malicious Website: आमतौर पर कुछ वेबसाइट पॉप-अप या malicious लिंक के माध्यम से आपके कंप्यूटर पर मैलवेयर इंस्टॉल करने का प्रयास कर सकती हैं।

Torrents: Torrents के माध्यम से शेयर की गई फाइलें आम तौर पर असुरक्षित होती हैं। Torrents से वायरस और ट्रोजन मैलवेयर तेजी से फैलते है क्योंकि torrent application से files को download करने के लिए सुरक्षित नहीं हो सकती हैं।

Shared Networks: यदि infected मैलवेयर कंप्यूटर एक ही shared network पर इस्तेमाल करते है तो आपके सिस्टम में मैलवेयर फैल सकता है।

Pirated Software: यदि आप इन्टरनेट पर संक्रमित वेबसाइट से मुफ्त या पायरेटेड सॉफ्टवेयर डाउनलोड करते है तो उसमे गुप्त रूप से मैलवेयर छिपे होते है, जिससे ये कंप्यूटर में प्रवेश करते हैं।

मैलवेयर को कंप्यूटर से कैसे हटायें-

अगर आपके कंप्यूटर सिस्टम में मैलवेयर घुस गया है तो आपको जल्दी से जल्दी इसे हटाने के लिए कदम उठाने पड़ेंगे नहीं तो यह मैलवेयर आपके सिस्टम को बहुत अधिक नुकसान पहुंचा सकता है.

Malware को हटाने का सबसे अच्छा तरीका है आप एक भरोसेमंद एंटीवायरस को अपने कंप्यूटर में इनस्टॉल करवा लीजिये. आपको हमेशा Paid एंटीवायरस को ही इनस्टॉल करवाना चाहिए. फ्री वाले एंटीवायरस आपको अधिक नुकसान पहुंचा सकते हैं.
जब आप एंटीवायरस इनस्टॉल कर लेते हैं तो इसके बाद अपने कंप्यूटर सिस्टम को Full Scan कर लीजिये. इसके बाद आपके सिस्टम से मैलवेयर हट जायेंगे.

कुछ प्रमुख मैलवेयर अटैक से प्रोटेक्ट करने वाले एंटी वायरस सॉफ्टवेयर निम्नलिखित हैं –

  • Norton 360
  • Malwarebytes
  • Avast
  • Kaspersky
  • McAfee Total Protection
  • K7 Total Security

Malware और Virus में क्या अंतर है –

अनेक सारे लोग ग़लतफ़हमी की वजह से मैलवेयर और वायरस को एक ही समझ लेते हैं, लेकिन वास्तव मव यह दोनों एक दुसरे से बहुत भिन्न हैं. मैलवेयर और वायरस के बीच के अंतर को हमने नीचे सारणी के द्वारा आपको बताया है.

Malware (मैलवेयर)Virus (वायरस)
मैलवेयर शब्द का इस्तेमाल विभिन्न दुर्भावनापूर्ण सॉफ्टवेयर के समूह के लिए किया जाता है.वायरस एक प्रकार का दुर्भावावापूर्ण कोड होता है, जिसका इस्तेमाल कंप्यूटर को संक्रमित करने के लिए किया जाता है.
Malware में अंतर्गत विभिन्न प्रकार के दुर्भावनापूर्ण सॉफ्टवेयर आते हैं जैसे वर्म्स, एडवेयर, स्पाइवेयर, ट्रोजन, वायरस आदि.वायरस मैलवेयर का ही एक भाग है.
मैलवेयर से निपटने के लिए एंटी मैलवेयर की जरूरत होती है,वायरस से निपटने के लिए एंटी वायरस की जरुरत होती है.

यह भी पढ़े –

Antivirus Kya Hai, Antivirus कैसे काम करता है, Antivirus के फायदे और नुकसान

निकर्ष-

  • जैसा की आज हमने आपको Malware Kya Hai, मैलवेयर से कंप्यूटर को कैसे बचायें, मैलवेयर का कैसे पता लगाएं, Malware और Virus में क्या अंतर है, मैलवेयर का कैसे पता लगाएं बारे में आपको बताया है.
  • इसकी सारी प्रोसेस स्टेप बाई स्टेप बताई है उसे आप फोलो करते जाओ निश्चित ही आपकी समस्या का समाधान होगा.
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Ramu Choudhary, मैं एक Computer Graduate and Internet Services के बारे 2016 से बहुत अच्छे से रूबरू हु. में Technology ओर Education से सम्बंधित चीज़ों को सीखना और दूसरों कोबहुत पसंद है यदि आप भी Technology ओर Education सूचना प्राप्त करना चाहती होतो फिर हमारे ब्लॉग को फॉलो कर ले और दोस्तों के साथ शेयर कर दे.